"Silent March by Muslim Community in Bramhapuri: Demand for Strict Action from CM Shinde on Controversial Statements by Ramgiri Maharaj and Nitesh Rane"


मुस्लिम समाज ने धर्मगुरु और नेताओं के भड़काऊ बयानों पर जताई नाराज़गी, बढ़ती हिंसा और उत्पीड़न के खिलाफ प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

ब्रम्हपुरी में 3 अक्टूबर को मुस्लिम समुदाय ने रामगिरी महाराज और भाजपा विधायक नितेश राणे के विवादित बयानों के खिलाफ मौन मोर्चा निकाला। समुदाय ने उपविभागीय पुलिस अधिकारी और नायब तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने दोनों नेताओं के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

ज्ञापन में कहा गया कि हाल के समय में कुछ कट्टरपंथी संगठनों, धार्मिक गुरुओं और भाजपा नेताओं द्वारा मुस्लिम समाज को निशाना बनाया जा रहा है। मुस्लिम समुदाय के लोगों के घरों और मस्जिदों पर हमले किए जा रहे हैं, पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए जा रहे हैं, और मुसलमानों को मस्जिद में घुसकर मारने की धमकियां दी जा रही हैं। इसके अलावा, मामूली मुद्दों पर मुस्लिम महिलाओं, पुरुषों और मस्जिद के मौलानाओं को हिंसा का शिकार बनाया जा रहा है, जिससे समुदाय में भय का माहौल है।

ज्ञापन में कहा गया कि मुस्लिम समाज एक शांतिप्रिय समाज है जो पैगंबर मोहम्मद द्वारा दिखाए गए प्रेम और सद्भाव के मार्ग पर चलता है। इस समाज के नेताओं, मौलानाओं या हाफिज़ों ने कभी भी किसी गैर-मुस्लिम धर्म या धार्मिक गुरुओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देकर उनकी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई है। इसके बावजूद, देश और राज्य में कुछ कट्टरपंथी संगठन मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं, जिससे समाज में अस्थिरता का माहौल बन रहा है।

विशेष रूप से, रामगिरी महाराज द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ किए गए आपत्तिजनक बयान और भाजपा विधायक नितेश राणे द्वारा मुसलमानों को मस्जिद में घुसकर मारने की धमकी देने के बाद, मुस्लिम समुदाय ने इन दोनों नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।

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3 अक्टूबर को हुए इस मौन मोर्चे में ब्रम्हपुरी मुस्लिम जमात के प्रमुख पदाधिकारियों, जैसे वकार खान, अजमत पठान, सज्जू जिवानी, इसराईल खान, गुलाम अली सय्यद, अशपाक शेख, जाकीर खान, और अन्य सदस्यों ने भाग लिया। इन लोगों ने उपविभागीय पुलिस अधिकारी और नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से तत्काल कार्रवाई की मांग की गई। इसके अलावा, ज्ञापन राज्य के विरोधी दल नेता विजय वडेट्टीवार को उनके निवास स्थान पर भी सौंपा गया।